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पहला स्टेप: लग्न कुंडली को समझना
Apni khud ki kundli se apna soul purpose kaise khojen: जब आप अपनी जन्म कुंडली खोलेंगे, तो सबसे पहले लग्न कुंडली (Birth Chart) को देखें। यह चार्ट बारह खानों (हाउस) में विभाजित होता है, जिसमें विभिन्न ग्रह (Planets) स्थित होते हैं। प्रत्येक ग्रह एक निश्चित राशि (Zodiac Sign) में होता है, और उसकी स्थिति आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती है।
ध्यान देने योग्य कुछ मुख्य बिंदु:
- पहला हाउस (First House) हमेशा आपकी पर्सनैलिटी और जीवन के मूलभूत उद्देश्य को दर्शाता है।
- बारह हाउस फिक्स होते हैं, लेकिन राशियाँ हर व्यक्ति की कुंडली में अलग-अलग हो सकती हैं।
- ग्रहों की स्थिति और उनकी डिग्री (Degree) बहुत महत्वपूर्ण होती है।
दूसरा स्टेप: अपने आत्म कारक ग्रह को ढूंढना
कुंडली में हाईएस्ट डिग्री (Highest Degree) वाला ग्रह ही आपकी आत्मा के उद्देश्य को परिभाषित करता है। इस ग्रह को “आत्म कारक” (Soul Planet) कहा जाता है।
कैसे पहचानें?
- अपनी कुंडली में उन सात मुख्य ग्रहों (सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि) को देखें।
- इनमें से जिस ग्रह की डिग्री सबसे अधिक होगी, वही आपका आत्म कारक ग्रह होगा।
- राहु और केतु को इग्नोर करें, क्योंकि वे छाया ग्रह होते हैं।
अब आइए जानते हैं कि आत्म कारक ग्रह के आधार पर आपका सोल पर्पस क्या हो सकता है।
ग्रहों के अनुसार सोल पर्पस
1. चंद्रमा (Moon) – करुणा और भावनात्मक संतुलन
अगर चंद्रमा आपका आत्म कारक ग्रह है, तो आपका सोल पर्पस दुनिया में शांति और करुणा फैलाना है।
✔️ आप स्वभाव से संवेदनशील, मिलनसार और भावनात्मक रूप से गहरे इंसान हैं।
✔️ आपका जन्म प्यार, देखभाल, और सहानुभूति को बढ़ाने के लिए हुआ है।
✔️ आपको भावनात्मक संतुलन बनाना सीखना होगा, क्योंकि आप जल्दी आहत हो सकते हैं।
✔️ जीवन में आपका सबसे बड़ा संघर्ष अपनी भावनाओं को स्थिर रखना और दूसरों की मदद करना होगा।
2. सूर्य (Sun) – नेतृत्व और पहचान
अगर सूर्य आपकी कुंडली में हाईएस्ट डिग्री वाला ग्रह है, तो आपका सोल पर्पस लीडरशिप (नेतृत्व) और समाज में अपनी पहचान बनाना है।
✔️ आप शक्तिशाली, आत्मविश्वासी और महत्वाकांक्षी व्यक्ति हैं।
✔️ आपका जन्म दूसरों की रक्षा करने और मार्गदर्शन देने के लिए हुआ है।
✔️ आपकी सबसे बड़ी चुनौती ईगो (अहंकार) को संतुलित करना होगा।
✔️ आपकी आत्मा को तभी सुकून मिलेगा जब आप अपनी शक्ति का उपयोग लोगों की भलाई के लिए करेंगे।
3. शनि (Saturn) – कर्म और अनुशासन
अगर शनि आत्म कारक ग्रह है, तो आपका जीवन संघर्षों से भरा हो सकता है।
✔️ आपने पिछले जन्मों में कई अधूरे कर्म छोड़े हैं, जिन्हें इस जन्म में पूरा करना होगा।
✔️ आपको धैर्य, अनुशासन और कठिन परिश्रम का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
✔️ आप पुरानी परंपराओं, इतिहास, और आध्यात्मिक ज्ञान में रुचि रखते हैं।
✔️ यह आत्मा संघर्षों के माध्यम से मजबूत बनने और दूसरों को सहारा देने के लिए जन्मी है।
4. मंगल (Mars) – साहस और संघर्ष
अगर मंगल आत्म कारक ग्रह है, तो आपका जीवन एक योद्धा की तरह होगा।
✔️ आप जोशीले, आत्मनिर्भर और चुनौतियों का सामना करने वाले व्यक्ति हैं।
✔️ आपका जन्म किसी बड़े उद्देश्य के लिए लड़ने और अपनी शक्ति को सही दिशा में लगाने के लिए हुआ है।
✔️ आपको अपने क्रोध और आक्रामकता को नियंत्रित करना सीखना होगा।
✔️ आपका सबसे बड़ा संघर्ष होगा धैर्य और कूटनीति सीखना।
5. बुध (Mercury) – संचार और ज्ञान
अगर बुध आत्म कारक ग्रह है, तो आपका सोल पर्पस ज्ञान प्राप्त करना और उसे साझा करना है।
✔️ आप चतुर, बुद्धिमान और संवाद-कौशल में निपुण हैं।
✔️ आपका जन्म लोगों को शिक्षित करने और नई चीजें सीखने-सिखाने के लिए हुआ है।
✔️ आपकी सबसे बड़ी चुनौती ध्यान केंद्रित करना और स्थिरता बनाए रखना होगी।
✔️ आपको अपने ज्ञान का उपयोग लोगों की मदद करने और सही दिशा देने के लिए करना चाहिए।
6. गुरु (Jupiter) – आध्यात्मिकता और विस्तार
अगर गुरु (बृहस्पति) आपका आत्म कारक ग्रह है, तो आप ज्ञान, आध्यात्मिकता और सच्चाई के मार्ग पर चलने के लिए जन्मे हैं।
✔️ आप एक प्राकृतिक शिक्षक और मार्गदर्शक हैं।
✔️ आपको न्याय, सच्चाई और धर्म का पालन करना अच्छा लगता है।
✔️ आपकी सबसे बड़ी चुनौती भौतिक दुनिया और आध्यात्मिक दुनिया के बीच संतुलन बनाना होगा।
7. शुक्र (Venus) – सौंदर्य और प्रेम
अगर शुक्र आत्म कारक ग्रह है, तो आपका सोल पर्पस सौंदर्य, कला और प्रेम को बढ़ावा देना है।
✔️ आप कलात्मक, सौंदर्य-प्रेमी और आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी हैं।
✔️ आपका जन्म संगीत, नृत्य, फैशन, या रचनात्मकता के माध्यम से दुनिया को सुंदर बनाने के लिए हुआ है।
✔️ आपकी सबसे बड़ी चुनौती होगी सतही चीजों से परे जाकर गहराई से जीवन को समझना।
निष्कर्ष
आपकी कुंडली में उच्चतम डिग्री वाला ग्रह ही आपका सोल पर्पस निर्धारित करता है। यह ग्रह यह बताता है कि आप किस उद्देश्य से जन्मे हैं और जीवन में आपको किन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
➡️ पहचानें कि आपका आत्म कारक ग्रह कौन सा है।
➡️ उस ग्रह की विशेषताओं को समझें और अपने जीवन में उसका संतुलन बनाए रखें।
➡️ अपनी कुंडली का विश्लेषण करके खुद को बेहतर जानें और अपने सोल पर्पस की ओर आगे बढ़ें।
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